ॐ
प्रार्थना
येनाक्षरसमांनायमधिगम्य महेश्वरात् |
कृत्स्नं व्याकरणं प्रोक्तं तस्मै पाणिनये नमः ||
वाक्यकारं वररुचिं भाष्यकारं पतञ्जलिम् |
पाणिनिं सूत्रकारं च प्रणतोस्मि मुनित्रयम् ||
अ इ उ ण्
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ज ब ग ड द श्
ख फ छ ठ थ च ट त व्
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इति माहेश्वराणि सूत्राणि ||